कविता-शायरी का एक ठिकाना
neta aur wah bhi suaar....bahut good kaha aapane ji..
वाह..क्या खूब लिखा है आपने।
वर्षा जी आपका विनम्र आभार ..अतुल
भ्रष्टाचार पर करारा व्यंग.बधाई स्वीकारें !
Sharad ji, प्रेरक प्रतिक्रियाओं के लिए आभार ..Atul
neta aur wah bhi suaar....bahut good kaha aapane ji..
जवाब देंहटाएंवाह..क्या खूब लिखा है आपने।
जवाब देंहटाएंवर्षा जी आपका विनम्र आभार ..अतुल
जवाब देंहटाएंभ्रष्टाचार पर करारा व्यंग.
जवाब देंहटाएंबधाई स्वीकारें !
Sharad ji, प्रेरक प्रतिक्रियाओं के लिए आभार ..Atul
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